मिले हो मुझे प्रभु,
पार्श्वनाथ प्रभु मेरे,
पार्श्वनाथ प्रभु,
पार्श्वनाथ प्रभु मेरे,
पार्श्वनाथ प्रभु,
मिले हों मुझे प्रभु,
बड़े नसीबो से,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से,
तेरी ही भक्ति से,
मन ये खिला है,
सदा रखना तू,
चरणों में मुझे,
मिलें हो मुझें प्रभु,
बड़े नसीबो से,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से।।
तर्ज – मिले हो तुम हमको।
तेरी बात बाबा जरा हटके है,
तुझे पाने लख चौरासी भटके है,
जिंदगी में मेरी बाबा,
जो भी कमी थी,
तेरे दर पे आ जाने से नही रही,
मिलें हो मुझें प्रभु,
बड़े नसीबो से,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से।।
चरणों मे तेरी तो बाबा जन्नत है,
तेरी पूजा भक्ति करना अमृत है,
तेरी शरण में बाबा जबसे मैं आया,
बिना मांगे ही मैंने सब पाया,
सदा ही मिलना तुम,
मेरे प्रभु बनके,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से।।
पार्श्वनाथ प्रभु मेरे,
पार्श्वनाथ प्रभु,
पार्श्वनाथ प्रभु मेरे,
पार्श्वनाथ प्रभु,
मिले हो मुझे प्रभु,
बड़े नसीबो से,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से,
तेरी ही भक्ति से,
मन ये खिला है,
सदा रखना तू,
चरणों में मुझे,
मिलें हो मुझें प्रभु,
बड़े नसीबो से,
है पाया मैंने तुझे,
पिछले शुभ कर्मों से।।
– गायक एवं प्रेषक –
दिनेश जैन एडवोकेट
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