मीठी मीठी बाताँ करके,
चंद मुलाकाता करके,
दिलासा दे गयो री,
दील मेरा कान्हा ले गयो ले गयो री॥॥
तर्ज – मीठी मीठी बाता करके
यमुना किनारे कान्हा धेनु चरावे,
मीठी मीठी बाँसुरी की तान सुनावै,
ये तेरी कैसी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
साँवरे ओ साँवरे,
मीठी मीठी बाताँ करके,
चंद मुलाकाता करके,
दिलासा दे गयो री,
दील मेरा कान्हा ले गयो ले गयो री॥॥
सारी सारी रात कान्हा नींद नही आये,
नींद नही आये रे कान्हा चैन नही आये,
ये तेरी केसी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
साँवरे ओ साँवरे,
मीठी मीठी बाताँ करके,
चंद मुलाकाता करके,
दिलासा दे गयो री,
दील मेरा कान्हा ले गयो ले गयो री॥॥
वृंदावन की कुंज गलीन मे,
रास रचावे कान्हा गोपीयन संग मे,
ये तेरी केसी माया,
इसे कोई समझ ना पाया,
साँवरे ओ साँवरे,
मीठी मीठी बाताँ करके,
चंद मुलाकाता करके,
दिलासा दे गयो री,
दील मेरा कान्हा ले गयो ले गयो री॥॥
मीठी मीठी बाताँ करके,
चंद मुलाकाता करके,
दिलासा दे गयो री,
दील मेरा कान्हा ले गयो ले गयो री॥॥
फ़िल्मी तर्ज – मीठी मीठी बाता करके (सुनिधि चौहान)