मोडकी मगरी रो पानी,
ढालो ढाल ढलीयो रे,
मोडकी मगरी रो पानी,
ढालो ढाल ढलीयो रे,
अरे आबू थारा पहाडा मेे,
अंग्रेज हलीयो रे,
के तीकी टोपी रो,
अरे आबू थारा पहाडा मेे,
अंग्रेज हलीयो रे,
के तीकी टोपी रो जियो,
जियो रे तीकी टोपी रो,
अंग्रेज थारो हुनर भारी रे,
के तीकी टोपी रो,
जियो जियो रे तीकी टोपी रो,
अंग्रेज थारो हुनर भारी रे,
के तीकी टोपी रो।।
भावी ने बिलाड़ा बीच में,
लाम्बी सडका घाली रे,
अरे भावी ने बिलाड़ा बीच में,
लाम्बी सडका घाली रे,
अरे लाम्बी सडका घाल ने,
चलाई गाडी रे,
के बिना बलदा री,
अरे लाम्बी सडका घाल ने,
चलाई गाडी रे,
के बिना बलदा री,
जियो जियो रे बिना बलदा री,
अंग्रेज थारो हुनर भारी रे,
के तीकी टोपी रो,
जियो जियो रे बिना बलदा री,
अंग्रेज थारो हुनर भारी रे,
के तीकी टोपी रो।।
आऊ ने आसोप धनीया,
मोतीयों री माला रे,
अरे आऊ ने आसोप धनीया,
मोतीयों री माला रे,
अरे बारे नोको कूचीया,
खोलावो ताला रे,
के किल्लो आऊ ओ,
अरे बारे नोको कूचीया,
खोलावो ताला रे,
के किल्लो आऊ ओ,
जियो जियो रे किल्लो आऊ ओ,
चौथाले चावो रे,
के किल्लो आऊ रो,
जियो जियो रे किल्लो आऊ ओ,
चौथाले चावो रे,
के किल्लो आऊ रो।।
जोरजी चंपावत घोडला,
बाजारा मे खडीया रे,
अरे जोरजी चंपावत घोडला,
बाजारा मे खडीया रे,
अरे बाजारा मे खडीया ने,
दरवाजा जडीया रे,
के झूंजे जोरजी,
अरे बाजारा मे खडीया ने,
दरवाजा जडीया रे,
के झूंजे जोरजी,
जियो जियो के झूंजे जोरजी,
ए जोरजी सिंगडी रो वासी रे,
के झूंजे जोरजी,
जियो जियो के झूंजे जोरजी,
ए जोरजी सिंगडी रो वासी रे,
के झूंजे जोरजी।।
एक तो नगाडो भाया,
राते नाडे बाजे ओ,
अरे एक तो नगाडो भाया,
राते नाडे बाजे ओ,
अरे दुजोडो नगाडो धनीया,
हेठ बाजे ओ,
के गिरदी कोट मे,
अरे दुजोडो नगाडो धनीया,
हेठ बाजे ओ,
के गिरदी कोट मे,
जियो जियो के गिरदी कोट मे,
घंटे रे घंटे घडीया बाजे रे,
के गिरदी कोट मे।।
ए हे वोट तो करावो नेता,
राम माते राखो रे,
अरे वोट तो करावो नेता,
राम माते राखो रे,
अरे रावण बनने जनता रे,
लारे मत लागो रे,
के भारत मायने,
अरे रावण बनने जनता रे,
लारे मत लागो रे,
के भारत मायने,
जियो जियो के भारत मायने,
आ राम ने कृष्ण री भूमि रे,
के भारत मायने,
जियो जियो के भारत मायने,
आ राम कृष्ण री भूमि रे,
के भारत मायने।।
जून की सडका रे ऊपर,
नवा नाम मांडे ओ,
अरे जूनकी सडका रे ऊपर,
नवा नाम मांडे ओ,
अरे बाप ने बेटा रा नाम,
साथे मांडे ओ,
के छपने काल मे,
अरे बाप ने बेटा रा नाम,
साथे मांडे ओ,
के छपने काल में,
जियो जियो रे छपना काल में,
बेटा ने मिनका बेचने खाया रे,
के छपने काल में,
जियो जियो रे छपना काल में,
बेटा ने मिनका बेचने खाया रे,
के छपना काल में।।
घर में तो सारो अन्न धन खुटीयो,
कुरट काटीया खावे रे,
अरे घर में तो सारो अन्न धन खुटीयो,
कुरट काटीया खावे रे,
अरे टाबरिया ने बेच,
पेट री आग बुजावे रे,
के छपने काल में,
अरे टाबरिया ने बेच,
पेट री आग बुजावे रे,
के छपने काल में,
जियो जियो रे छपने काल में,
वैरो छपना थाने कुण बुलावे रे,
के भारत मायने,
जियो जियो रे छपने काल में,
वैरो छपना थाने कुण बुलावे रे,
के भारत मायने।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
Muje ye bhajan bahut acha laga aur isme rajasthan pada chhapaniya akal ke baare me bataya gaya hai aur isme netao par tika vyangya kiya gaya hai nice prakashji mali super
साहब ट्रेडिशनल फागन गीत बहुत पूरे लिरिक्स हैं, आजकल कानुजी वाला फागन अनेक लोगों ने आधे अधूरे लिरिक्स गाये हैं, मैं उम्मीद करता हूँ कि किसी बड़े बुजुर्ग से कान्हा के गायों वार चढ़ने वाला जो फागण हैं उसके पूरे लिरिक्स लिखकर बहुत ही पुराने अंदाज चंग की थाप पर गाया जाए।
माली पोलियो वाला फागण गीत भी लिरिक्स नहीं मिल रहा है