मोरे मन चल वृंदावन धाम,
रटेंगे राधे राधे,
रटेंगे राधे राधे,
जपेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल गोवर्धन धाम,
रटेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल बरसानो गाँव,
रटेंगे राधे राधे।।
तर्ज – वृन्दावन धाम अपार।
तू विषयो में क्यों डोले,
क्यों पाप पूण्य को तोले,
है सबसे पावन राधा नाम,
रटेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल वृँदावन धाम,
रटेंगे राधे राधे।।
क्यों डगर नगर क्यों भटके,
क्यों लोभ मोह में अटके,
कर ले राधा चरण विश्राम,
रटेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल वृँदावन धाम,
रटेंगे राधे राधे।।
यहाँ बैठी भानु दुलारी,
सखीयन संग शोभा न्यारी,
है जहाँ चरण कमल गोपाल,
रटेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल वृँदावन धाम,
रटेंगे राधे राधे।।
मोरे मन चल वृंदावन धाम,
रटेंगे राधे राधे,
रटेंगे राधे राधे,
जपेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल गोवर्धन धाम,
रटेंगे राधे राधे,
मोरे मन चल बरसानो गाँव,
रटेंगे राधे राधे।।
Singer : Govind Bhargav Ji