बाबो कद आसी रे मोरिया,
दोहा – रात दिन थारी ओलयु आवै,
देखू मुख मण्डल री ओर,
म्हारौ बाबो कद आसी,
सुन रै जंगल रा मौर।
मोरियो बागा रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया,
बाबो कद आसी,
म्हाने साँचा सुगन बताजा रे मोरिया,
बाबो कद आसी।।
ऊंचो घलाऊ थारो बैठणों बाबा जी,
निव-निव लागू पांव,
शीश कलंगी थारे हद सोहवे,
थारे गल वैजयंती माल,
मोरियो मोरियो खेता रो रोही रो,
जंगल रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया।।
भादूवे में थारो मेलो भरीजे,
आवै हैं नर नार,
शंख नगाड़ा नौबत बाजे,
झालर री झनकार,
मोरियो… धोरा रो टीबा रो,
बीकानेर रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया।।
सोने मन्डाऊ थारी चांच रे मोरिया,
रूप मंडादेउ पाख,
पगलिया मैं थारे बांधू घुँघरा,
मोती चुग चुगाए मोरियो,
मोरियो गोकुल रो मथुरा रो,
द्वारके रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया।।
सुगना उतारे थारी आरती बाबाजी,
भाटी हरजी चवर ढुलाये,
गणेश मण्डल री बिनती बाई,
जेठी स्वर्गा में गाये मोरियो,
मोरियो मथुरा रो उपवन रो,
रुणिचे रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया।।
मोरियो बागा रो वासी,
सांची बात बतादे रे मोरिया,
बाबो कद आसी रे मोरिया,
बाबो कद आसी,
म्हाने साँचा सुगन बताजा रे मोरिया,
बाबो कद आसी।।
गायक – दिनु दीवाना।
प्रेषक – मयंक कामरा।
7340299028