मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले,
कि जब तक जियु मैं मुझको,
दास बना ले,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले।।
तर्ज – तुम्हारे सिवा कुछ ना चाहत।
मुझे अपने रंग में रंगया है तुमने,
चरणों के काबिल बनाया है तुमने,
दिल में ओ तेरे बाबा थोड़ी सी जगह दे,
मुझे अपना के मेरा जीवन संवार दे,
हारे के सहारे बाबा,
हारे के सहारे बाबा मुझे अपना ले,
कि जब तक जियु मैं मुझको,
दास बना ले,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले।।
मुझ पर जो बीत रही है कैसे बताऊं,
हाल क्या हुआ इस दिल का,
किसको दिखाऊं,
सुन लो बाबा अब ये अर्जी है मेरी,
तारों या ना तारों मुझको मर्जी है तेरी,
पल पल जोर रूठोगे तो,
पल पल जोर रूठोगे तो,
कौन फिर संभाले,
कि जब तक जियु मैं मुझको,
दास बना ले,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले।।
अगर मुझको मिलता ना तेरा सहारा,
भटकता ही रहता मैं कहां मारा मारा,
अगर तुम ना मिलते तो मैं जी ना पाता,
किसे अपना कहता कहां दिल लगाता,
पंकज को बाबा अब तो,
पंकज को बाबा अब तो गले से लगा ले,
कि जब तक जियु मैं मुझको,
दास बना ले,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले।।
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले,
कि जब तक जियु मैं मुझको,
दास बना ले,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
बाबा हो बाबा मेरे श्याम बाबा,
मुझे खाटू वाले तेरी सेवा में लगा ले।।
स्वर – पंकज शर्मा।