ये जो दिल पे छाया सुरूर है,
ये तेरी नज़र का ही नूर है,
के प्रेम करना सीखा दिया,
तेरे प्रेम ने तेरी चाह ने,
तेरी बांकी बांकी अदाओं ने,
मुझे तेरा दीवाना बना दिया,
मुझें तेरा दीवाना बना दिया।।
तर्ज – ये जो हल्का हल्का।
दीदार तेरा खुमार तेरा,
ये सब तुम्हारी ही रहमते है,
नज़र कन्हैया से जब मिली है,
के हुमको अपनी खबर नहीं है,
तेरे प्रेम ने तेरी चाह ने,
तेरी तिरछी तिरछी निगाह ने,
मुझें तेरा दीवाना बना दिया।।
ये लाड तेरा दुलार तेरा,
कुर्बान मेरी ये जिंदगी है,
मेहर कन्हैया की जब हुई है,
के हमको अपनी फिकर नही है,
तेरे प्रेम ने तेरी चाह ने,
तेरी तिरछी तिरछी निगाह ने,
मुझें तेरा दीवाना बना दिया।।
ये रूप तेरा सिंगार तेरा,
निहारना ही मेरी बंदगी है,
दीवानगी तेरी ऐसे हुई है,
के हमको अब कोई असर नही है,
तेरे प्रेम ने तेरी चाह ने,
तेरी तिरछी तिरछी निगाह ने,
मुझें तेरा दीवाना बना दिया।।
ये जो दिल पे छाया सुरूर है,
ये तेरी नज़र का ही नूर है,
के प्रेम करना सीखा दिया,
तेरे प्रेम ने तेरी चाह ने,
तेरी बांकी बांकी अदाओं ने,
मुझे तेरा दीवाना बना दिया,
मुझें तेरा दीवाना बना दिया।।
Singer & Lyrics – Kunwar Deepak