मुझे तेरे खाटू धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है,
तेरे चरणों की रज मिले मुझको,
तेरी भक्ति को पाना है,
मुझे तेरे खाटु धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है।।
तर्ज – धीरे धीरे प्यार को बढ़ाना।
तू मुझे बुलाएगा,
सीने से लगाएगा,
श्याम श्याम कहता,
आऊंगा तेरे दर,
चरणों से लिपट कर के,
देखूंगा मैं जी भर के,
कदमो में तेरे मैं,
रख दूंगा सर,
हाथ तेरा मेरे सर धराना है,
वही मेरा ठिकाना है,
मुझे तेरे खाटु धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है।।
श्याम श्याम कहकर,
तेरा निशान लेकर के,
जब खाटू नगरी में आऊंगा,
खाटू धाम की माटी,
माथे पर लगाकर के,
राधा की हवेली में जाऊँगा,
वहाँ तेरा भजन सुनाना है,
वही मेरा ठिकाना है,
मुझे तेरे खाटु धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है।।
बरसने लगी किरपा,
धाम पे बुलाया है,
देखने लगा श्याम जी भर के,
चरणों से उठा कर के,
सीने से लगाया है,
‘शर्मा’ मेरा हाथ तेरे सर पे,
जा तुझे मेरा भजन गाना है,
वही मेरा ठिकाना है,
मुझे तेरे खाटु धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है।।
मुझे तेरे खाटू धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है,
तेरे चरणों की रज मिले मुझको,
तेरी भक्ति को पाना है,
मुझे तेरे खाटु धाम आना है,
वही मेरा ठिकाना है।।
Singer – Rohtash Sharma