तू है मेरा दाता में तुझसे कहुँ,
तेरे दर्शन ना हो तो मैं केसे जीऊं,
बालक हूँ तुम्हारा मेरे भोलेनाथ,
तेरा ही सहारा मेरे भोलेनाथ,
तेरी जय हो मेरे बाबा,
पास अपने तु बिठाना,
मुझको चरणों से लगाना,
मुझको भूल ना जाना,
मुजको भुल ना जाना।।
चरणों में मुझको बिठाना तु,
चरणों से मुझको लगाना,
तेरी भक्ति के किस्से तु,
मन मेरे तु बसाना,
जब जब दर पे तेरे आऊ,
दर्शन तेरा ही मैं पाऊ,
तेरी चरण धुल को मैं,
अपने सर से लगाऊ,
तेरी जय हो मेरे बाबा,
पास अपने तु बिठाना,
मुझको चरणों से लगाना,
मुजको भुल ना जाना।।
इतनी सी मेरी विनती बाबा,
चरणों में तेरे अरजी,
दुर तु मुझसे ना हो,
हर पल तेरा साथ हो,
भोले इतनी कृपा करना,
साथ छुटे ना ये अपना,
मेरे सर पे हाथ रखना,
मुजको भुल ना जाना,
तेरी जय हो मेरे बाबा,
पास अपने तु बिठाना,
मुझको चरणों से लगाना,
मुजको भुल ना जाना।।
नहीं चाहु जुठा जमाना,
मन है ये तेरा दिवाना,
काफी तेरा साथ है,
ये ही बड़ी बात है,
तेरे दर पे ही मैं आऊ,
तेरी महीमा को ही गाऊ,
तेरी बंदगी ही पाऊ,
बस ओर कुछ भी ना चाहु,
तेरी जय हो मेरे बाबा,
पास अपने तु बिठाना,
मुझको चरणों से लगाना,
मुजको भुल ना जाना।।
तू है मेरा दाता में तुझसे कहुँ,
तेरे दर्शन ना हो तो मैं केसे जीऊं,
बालक हूँ तुम्हारा मेरे भोलेनाथ,
तेरा ही सहारा मेरे भोलेनाथ,
तेरी जय हो मेरे बाबा,
पास अपने तु बिठाना,
मुझको चरणों से लगाना,
मुझको भूल ना जाना,
मुजको भुल ना जाना।।
गायक / लेखक – देव शर्मा आमा।
8290376657