मोती की नहीं माला,
इनाम चाहिए,
मुझको तो माता सीता,
मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए,
मेरा भगवान चाहिए।।
माला में सीता माता,
मेरा राम नहीं है,
इस वास्ते माला से,
मुझे काम नहीं है,
श्री राम के चरणों में,
विश्राम चाहिए,
मुझको तो मेरी माता,
मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए,
मेरा भगवान चाहिए।।
हूँ राम का मैं भक्त,
हनुमान नाम है,
हर वक्त मुख पे मेरे,
श्री राम नाम है,
सीने में सदा राम का,
मुझे धाम चाहिए,
मुझको तो मेरी माता,
मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए,
मेरा भगवान चाहिए।।
मोती की नहीं माला,
इनाम चाहिए,
मुझको तो माता सीता,
मेरा राम चाहिए,
मेरा राम चाहिए,
मेरा भगवान चाहिए।।
गायक – प्रकाश सूर्यवंशी।
8349870100