मम्मी जाऊंगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
स फागण का मस्त महीना,
चौड़ा होया फुल क सीना,
स देवों में देव नगीना,
बाबा बहोत बड़ा दातार,
मम्मी जाऊँगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
जावः भक्तां की टोली,
खेलं बाबा गेलयां होली,
ओली किस्मत होज्या सोली,
जब बाबा का बरसः प्यार,
मम्मी जाऊँगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
लयादे लाल धज्जा बणवाके,
गोटा बिमक भी लगवाके,
लाल लंगोटा दे सिमवाके तुं त,
क्युं कर री स वार,
मम्मी जाऊँगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
सारे नियम तुं समझादे,
मेंहदीपुर की राह बतादे,
चादर राम नाम की लयादे,
मम्मी मानुं कोनया हार,
मम्मी जाऊँगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
‘सुरजभान’ भक्त भी जावः,
उड़ै ‘कर्मबीर’ भी पावः,
‘कौशिक जी’ भजन सुणावः,
बरसः रंगों की बौछार,
मम्मी जाऊँगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
मम्मी जाऊंगा बालाजी,
आया होली का त्यौहार।।
गायक – नरेंद्र कौशिक जी।
प्रेषक – राकेश कुमार खरक जाटान(रोहतक)
9992976579