मुरली जो ली तूने हाथों में,
सारी सखियाँ नाचने लगी,
कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली जो ली तूने हाथ में।।
तर्ज – चूड़ी जो खनकी।
झूम रहा है वृन्दावन,
झूम रहा सारा मधुबन,
झूम रही धरती सारी,
झूम रहा है सारा गगन,
नाचे है मोर बरसातों में,
नाचे है मोर बरसातों में,
सारी सखियाँ नाचने लगी,
कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली जो ली तूने हाथ में।।
मुरली मधुर मधुर बाजे,
सुन सुनकर राधा नाचे,
रास रचा ब्रज में भारी,
नाच रहे है गिरधारी,
बोले कोयलिया जो बागो में,
बोले कोयलिया जो बागो में,
सारी सखियाँ नाचने लगी,
कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली जो ली तूने हाथ में।।
मुरली तेरी ऐ मोहन,
क्या क्या खेल रचाती है,
‘श्याम’ कहे जो सुन लेता,
उसको दीवाना बनाती है,
जादू है तेरी मीठी बातों में,
जादू है तेरी मीठी बातों में,
सारी सखियाँ नाचने लगी,
कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली जो ली तूने हाथ में।।
मुरली जो ली तूने हाथों में,
सारी सखियाँ नाचने लगी,
कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली जो ली तूने हाथ में।।
Singer – Saurabh Madhukar