ना दिया ना दिया कह रहा नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया।।
तर्ज – तू जब जब मुझको पुकारे।
शिव शंकर डमरू वाले,
तुम मेरे पड़ गए पाले,
तुम्हे घुमा घुमा कर भगवन,
मेरे पाँव में पड़ गए छाले,
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया,
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया,
यूँ बोले नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया।।
रावण को लंका दान दी,
मुझको तो कुछ भी ना दिया,
भस्मासुर को वर दिया,
मुझको तो कुछ भी ना दिया,
सबको दिया तुमने प्रभु,
मुझको तो कुछ भी ना दिया,
तेरी छाव में पला,
दिया मन का जला,
यूँ बोले नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया।।
सुन नादिया भोले भाले,
क्यूँ फ़िकर करे रे मेरे लाले,
तू मन में ख़ुशी मना ले,
और मन चाहा वर पा ले,
जा तुझको दिया,
जा अमर किया,
तेरा नाम नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया।।
शिव शंकर डमरू वाले,
तुम मेरे पड़ गए पाले,
तुम्हे घुमा घुमा कर भगवन,
मेरे पाँव में पड़ गए छाले,
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया,
तूने सबको दिया पर मुझे ना दिया,
यूँ बोले नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया,
ना दिया ना दिया कह रहा नादिया।।
Good