नाम हो गया है,
मेरा नाम हो गया है,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
तर्ज – याद आ रही है।
कोई नही सुनता था,
गुज़रा हूँ ऐसे दौर से,
आज ज़माना देखो,
सुनता है कितने गौर से,
जबसे लबों पे मेरे तेरा,
गुणगान हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया हैं,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
छोड़ के झूठी दुनिया,
जब आया दर पे हार के,
मुझको गले लगाया तूने,
बांहे अपनी पसार के,
तब से दिल तेरी चौखट का,
गुलाम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया हैं,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
क्या क्या दिया है तुमने,
शब्दों मैं कैसे बया करूँ,
एक जनम क्या बाबा,
सौ जनम तुम्हे क़ुरबा करूँ,
जन्मो जनम का तेरा मुझपे,
एहसान हो गया है,
नाम हों गया हैं,
मेरा नाम हो गया है,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
और क्या मांगू तुमसे,
औक़ात से ज़्यादा दे दिया,
हर पल साथ रहूँगा,
मुझे अपना वादा दे दिया
‘सोनू’ का पूरा हर एक,
अरमान हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
नाम हो गया है,
मेरा नाम हो गया है,
इस जीवन का मालिक जब से,
श्याम हो गया है,
नाम हो गया हैं,
मेरा नाम हो गया है।।
स्वर – रजनी राजस्थानी।
शानदार भजन