नाम जपू तेरो कुँजन द्वार,
निकसी प्रिया जु कब हूँ तो अई है,
निकसी प्रिया जु कब हूँ तो अई है,
मोहे देगी अपनों प्यार,
नाम जपूँ तेरो कुँजन द्वार।।
कब देखूं इन नैनन सो मैं,
कब देखूं इन नैनन सो मैं,
प्रिया युगल सरकार,
नाम जपूँ तेरो कुँजन द्वार।।
पंथ बुहारूँ अलकन पलकन,
पंथ बुहारूँ अलकन पलकन,
देखत बारम्बार,
नाम जपूँ तेरो कुँजन द्वार।।
श्री गोपाल हित प्रिया नाम बिन,
श्री गोपाल हित प्रिया नाम बिन,
पल पल लागत भार,
नाम जपूँ तेरो कुँजन द्वार।।
नाम जपू तेरो कुँजन द्वार,
निकसी प्रिया जु कब हूँ तो अई है,
निकसी प्रिया जु कब हूँ तो अई है,
मोहे देगी अपनों प्यार,
नाम जपूँ तेरो कुँजन द्वार।।
स्वर – साध्वी पूर्णिमा दीदी जी।