नाम रो दीवानों ज्यारो,
दोहा – राम नाम की लूट है,
और लूट सके तो लूट,
अंत समय पछतायेगा,
तेरो प्राण जायेगो छूट।
राम नाम सब कोई कहे,
ओर ठग ठाकुर ने चोर,
अंत समय पछतायेगा,
तेरो प्राण जायेगो छूट।।
नाम रो दीवानों ज्यारो,
कोई क्या करे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
नाम रो दीवानो भई,
नाम रो मस्तानो ज्यारो,
कोई क्या करे रे।।
दिन में एक सूरज झलग्यो,
ओ ज्यारी अमीया झूूनी रे,
दिन में एक सूरज ढलग्यो,
ओ ज्यारी अमीया झूूनी रे,
पीवे जोगी अमर होजा,
भण्डारा भरे रे,
पीवे जोगी अमर होजा,
भण्डारा भरे रे,
नाम रो दीवानो ज्यारो,
कोई क्या करे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे।।
अष्ट सिद्धी नवनिद्धी ओ ज्यारी,
हाजरी भरे रे,
अष्ट सिद्धी नवनिद्धी ओ ज्यारी,
हाजरी भरे रे,
पीवे जोगी अमर होजा,
भण्डारा भरे रे,
पीवे जोगी अमर होजा,
भण्डारा भरे रे,
नाम रो दीवानो ज्यारो,
कोई क्या करे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे।।
लादू नाथ मिलीया गुरू पूरा,
ओ मिलीया कारज सारे रे,
लादूू नाथ मिलीया गुरू पूरा,
ओ मिलीया कारज सारे रे,
केवे किशना नाथ जोगी,
भण्डारा भरे रे,
केवे किशना नाथ जोगी,
जन्मे न मरे रे,
नाम रो दीवानो ज्यारो,
कोई क्या करे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे।।
नाम रो दीवानों ज्यारो,
कोई क्या करे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
जाने देख्या भूत भागे,
काल जम डरे रे,
नाम रो दीवानो भई,
नाम रो मस्तानो ज्यारो,
कोई क्या करे रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818