नाचे गैरिया फुटरा,
आईजी री बैल आगे रे,
बिलाड़ा री धरियाणी,
भक्तों रे साथे रे,
म्हारी आई माता,
जियो जियो रे म्हारी आई माता,
शरणे आयोडा री लाज राखे रे,
म्हारी आई माता।।
दिवला सु केशर री बाती,
जगमग जोता जागे रे,
आयोडा भक्ता रो मैया,
कारज सारे रे,
म्हारी आई माता,
जियो जियो रे म्हारी आई माता,
भक्तो पर पुरी मेहर राखे रे
म्हारी आई माता।।
बढेर बिलाड़ा स्वर्ग समाना,
आईमाता जी बिराजे,
दयावान माता जी सब री,
आस पुरावे रे,
म्हारी आईं माता,
जियो जियो आई माता,
ध्यावे है व्यारे रेवे सागे रे,
म्हारी आई माता।।
जो भी आवे नगर बिलाड़े,
भाग उण रा जागे रे,
जग जननी माता जी,
उण सिर हाथ राखे रे,
म्हारी आई माता,
जियो जियो म्हारी आई माता,
भक्तो ने भव सु पल में तारे रे,
म्हारी आई माता।।
लखन चौधरी धोक देवे नित,
आई माता रे द्वारें रे,
भंवर सीरवी गावें और,
नित ध्यान लगावे रे,
म्हारी आई माता,
जियो जियो म्हारी आई माता,
सगला रे सिर पर हाथ राखे रे,
म्हारी आई माता।।
नाचे गैरिया फुटरा,
आईजी री बैल आगे रे,
बिलाड़ा री धरियाणी,
भक्तों रे साथे रे,
म्हारी आई माता,
जियो जियो रे म्हारी आई माता,
शरणे आयोडा री लाज राखे रे,
म्हारी आई माता।।
गायक – भंवरलाल जी सीरवी।
लेखक – लखन जी चौधरी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
रायपुर जिला ब्यावर राजस्थान।
9640557818