नाडोलगढ़ में मोटा बनीया धाम,
दोहा – नाडोल नगरी देवरो,
माँ आशापुरा रो धाम,
सिंह असवारी आप बिराजीया,
मारी जगदम्बा मम माँ।
जगमग ज्योता जागती।
ए मैया थारोडे दरबार,
आस पुरी आशापुरा बाजीया,
नाडोल नगरी माय।
नाडोलगढ़ में मोटा बनीया धाम,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
जिन मे बिराजे मारी मावडी हो राज,
ए नाडोल गढ मे आशापुरा रो धाम,
ए नाडोल गढ मे आशापुरा रो धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
नित भगतो रे वेले माता आव,
नित भगतो रे वेले माता आव,
अरे डूबोडी नैया ने पार लगावनी ए माँ,
अरे डूबोडी नैया ने पार लगावनी ए माँ,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
जग जननी दुख हरनी ए माँ,
जग जननी दुख हरनी ए माँ,
आस तो पुरावो थारा सेवक री ए माँ,
अरे आस तो पुरावो थारा सेवक री ए माँ,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
आवे आवे बालक ने नर नार मावडी,
आवे आवे बालक ने नर नार मावडी,
अरे निवता आवे है थोरे देवरे ए माँ,
अरे निवता आवे है थोरे देवरे ए माँ,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
सोहन कुलरी मोटी तू मम माँ,
अरे सोहन कुलरी मोटी तू मम माँ,
अरे देवड़ा आवे ओ थोरे देवरे ओ माँ,
अरे देवड़ा आवे ओ थोरे देवरे ओ माँ,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
माँ शंकर गावे थोरा गुण गान,
शंकर गावे थोरा गुण गान,
टाबरीया जोने ने दर्शन देवजो ए माँ,
टाबरीया जोने ने दर्शन देवजो ए माँ,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
नाडोलगढ़ में मोटा बनीया धाम,
नाडोल गढ मे मोटा बनीया धाम,
जिन मे बिराजे मारी मावडी हो राज,
ए नाडोल गढ मे आशापुरा रो धाम,
ए नाडोल गढ मे आशापुरा रो धाम,
आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज,
अरे आस रे पुरावे मारी मावडी हो राज।।
गायक – शंकर जी टाक।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818
https://youtu.be/u4XXBEUP6YI