मेरी नैया को तू संभाल सांवरे,
कहीं डूब ना जाए मजधार सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
चलते चलते हार गया मैं,
अब तो दे दे सहारा,
आस लगा बैठा हूँ तुमसे,
दिल से तुझे पुकारा,
अब आके उठा ले पतवार सांवरे,
अब आके उठा ले पतवार सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
सुना है जग वालो से तू,
हारे का साथ निभाता,
गले लगाकर हर गिरते को,
माँ का वचन निभाता,
अब मेरी भी सुनले पुकार सांवरे,
अब मेरी भी सुनले पुकार सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
तेरे रहते श्याम प्रभु जो,
डूबी नैया मेरी,
मेरा तो कुछ ना बिगड़ेगा,
लाज जाएगी तेरी,
क्या होगी मंजूर मेरी हार सांवरे,
क्या होगी मंजूर मेरी हार सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
‘गुड़िया’ की अर्जी पे बाबा,
गौर जरा तुम करना,
बनकर साथी इस बेटी के,
साथ सदा तुम रहना,
तेरा साथ रहेगा मेरे साथ सांवरे,
तेरा साथ रहेगा मेरे साथ सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
मेरी नैया को तू संभाल सांवरे,
कहीं डूब ना जाए मजधार सांवरे,
नईया को तू संभाल सांवरे,
मेरी नईया को तू संभाल सांवरे।।
गायक – विनोद जी शर्मा।