नमो रे गणेश नमो हनुमाना,
दोहा – लाल लंगोटो हद बणियों,
मुख में नागर पान,
लंका में वानर चले,
अंजनी सुत हनुमान।।
नमो रे गणेश नमो हनुमाना,
तुम दोनों में कौन बलवाना।।
गणपत जी ने गौरा गोद खेलायो,
बजरंग कहिये अंजनी को जायो।।
गणपत जी ने सोवे रिद्धि सिध्दि नारी,
हनुमन्त कहिये बाल ब्रह्म चारी।।
गणपत जी ने चढ़े दूध पताशा,
बजरंग ने चढ़े सवामण बाटा।।
तुलसीदास प्रभु तेरा गुण गावे,
ये जोधा दोनों अति बलवाने।।
नमो रे गणेश नमों हनुमाना,
तुम दोनों में कौन बलवाना।।
गायक – श्याम दास वैष्णव।
प्रेषक – रामेश्वर लाल पँवार।
आकाशवाणी सिंगर।
9785126052