नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई।।
ढोल झांझ मृदंगहूँ बाजे,
और बाजे शहनाई,
सजधज कर सब सखियाँ आई,
गावन लगी बधाई,
मैं भी नाचन को आई,
मैं भी गावन को आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई।।
मंगल साज सजाये सखी सब,
मैया के ढिंग आए,
युग युग जीवे तेरो लाला,
ये आशीष सुनाई,
काली घटा है छाई,
सब दौड़ दौड़ कर आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई।।
नन्द बाबा के अंगना देखो,
बज रही आज बधाई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई,
नगाड़ा जोर से बजा दे,
मैं नृत्य करन को आई।।
स्वर – देवी चित्रलेखा जी।