झूठी दुनिया से मन को हटाले,
ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
नसीबा तेरा जाग जाएगा।।
झूठे संसार का तो चलन अनोखा है,
पग पग मिले यहाँ धोखा ही धोखा है,
भोले बाबा को तु अपना बना ले,
ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
नसीबा तेरा जाग जाएगा।।
माल तेरे पास है तो माल तेरा खायेंगे,
हुआ जो ख़तम तो नजर नही आयेंगे,
डमरू वाले से तू प्रीत लगा ले,
ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
नसीबा तेरा जाग जाएगा।।
सच्चा है दरबार यहाँ बम भोले का,
मिलता है प्यार यहाँ बम भोले का।।
झूठी दुनिया से मन को हटाले,
ध्यान भोले जी के चरणों में लगाले,
नसीबा तेरा जाग जाएगा,
नसीबा तेरा जाग जाएगा।।