नज़र सांवरे तेरी,
बस इक नज़र,
मुझ पे प्रभु है,
उसी का असर।।
तर्ज – बहुत प्यार करते है।
मैं दर दर पे बाबा,
भटकता रहा था,
खुशियों के खातिर,
तड़पता रहा था,
तूने ही ली बाबा,
तूने ही ली बाबा,
मेरी खबर,
नज़र साँवरे तेरी,
बस इक नज़र।।
मैं सारे जहाँ की,
ख़ुशी मांगता हूँ,
कर्मो पे अपने,
नहीं झांकता हूँ,
ना रखा कभी मैंने,
ना रखा कभी मैंने,
खुद पे सबर,
नज़र साँवरे तेरी,
बस इक नज़र।।
तेरे दर पे बाबा,
आता रहूँ मैं,
भजनो को तेरे,
गाता रहूँ मैं,
यूँ ही बीत जाये,
यूँ ही बीत जाये,
ये सारी उमर,
नज़र साँवरे तेरी,
बस इक नज़र।।
तूने ‘कन्हैया’ को,
अपना लिया है,
जो कुछ भी माँगा प्रभु,
सब कुछ दिया है,
ना रखी प्रभु तूने,
ना रखी प्रभु तूने,
कोई कसर,
नज़र साँवरे तेरी,
बस इक नज़र।।
नज़र सांवरे तेरी,
बस इक नज़र,
मुझ पे प्रभु है,
उसी का असर।।
Singer : Mukesh Bagda