नीले नीले घोड़े पर,
सांवरा आता है,
पुकारूँ जब भी मैं,
ये रुक न पाता है,
ये ही मेरा साथी है,
ये ही मेरा माझी है,
साथ मेरा निभाता है,
नीले नीले घोड़े पे,
सांवरा आता है।।
तर्ज – नीले नीले अम्बर पर।
इसकी मस्ती पाके,
मैं मौज उडाता रहता,
बिन सोचे समझे ही,
मैं दाव लगता रहता,
हार का डर कैसा,
ये ही तो जिताता है,
ये ही मेरा साथी है,
ये ही मेरा माझी है,
साथ मेरा निभाता है,
नीले नीले घोड़े पे,
सांवरा आता है।।
जिसने करली यारी,
वो बड़े नसीबों वाला,
हर संकट में उसका,
बन जाता है रखवाला,
प्रेम हो सांचा तो,
यार बन जाता है,
ये ही मेरा साथी है,
ये ही मेरा माझी है,
साथ मेरा निभाता है,
नीले नीले घोड़े पे,
सांवरा आता है।।
झूठ नहीं कहता हूँ,
चाहे तो आजमाले,
‘श्याम’ कहे भावों से,
बस श्याम प्रभु को पा ले,
भाव के भावों में,
श्याम मिल जाता है,
ये ही मेरा साथी है,
ये ही मेरा माझी है,
साथ मेरा निभाता है,
नीले नीले घोड़े पे,
सांवरा आता है।।
नीले नीले घोड़े पर,
सांवरा आता है,
पुकारूँ जब भी मैं,
ये रुक न पाता है,
ये ही मेरा साथी है,
ये ही मेरा माझी है,
साथ मेरा निभाता है,
नीले नीले घोड़े पे,
सांवरा आता है।।
गायक – रवि बेरीवाल जी।