ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो,
दोहा – चोटिला हद सोवनो,
ओम बन्नासा रो धाम,
दूर दूर रा यात्री,
बन्नासा परचा रो नही पार।
ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो,
ओ म्हारा ओम बन्नासा रो धाम,
बीरू रे चोटिला हद सोवनो रे,
जटे ओम बन्नासा रो धाम,
बीरा रे चोटिला हद सोवनो रे।।
ओ बन्नासा राठौड़ कुल मे जन्मीया,
थारो जग में अमर नाम,
बन्नासा राठौड़ कुल मे जन्मीया रे,
थारो जग में अमर नाम,
बन्नासा राठौड़ कुल मे जन्मीया रे।।
ओ बीरू रे जोग सिंह जी रे आंगने,
कोई जन्मीयो शूरो आज बीरा ओ,
जोग सिंह जी रे आंगने,
कोई जन्मीयो शूरो आज बीरा रे,
जोग सिंह जी रे आंगने रे।।
ओ बन्नासा स्वरूप कंवर माँ आपरी,
बन्ना घणो लडायो लाड बन्ना ओ,
स्वरूप कंवर माँ आपरी,
थाने घणो लडायो लाड बन्ना ओ,
स्वरूप कंवर माँ आपरी रे।।
ओ बन्नासा बालपनो आयो आपरो,
साथीडा संग जाय बन्ना ओ,
बालपनो आयो आपरो,
कोई साथीडा संग जाय बन्ना ओ,
बालपनो आयो आपरो रे।।
ओ बीरू रे पातावत राठौडा रे आंगने,
छा रयो हरख उमाव बीरा ओ,
पातावत राठौडा रे आंगने,
कोई छा रयो हरख उमाव बीरा रे,
पातावत राठौडा रे आंगने रे।।
ओ बन्नासा राठौडा रे आंगने बाजे,
सुरंगा ढोल बन्ना ओ,
राठौडा रे आंगने कोई बाजे सुरंगा ढोल,
बन्ना ओ राठौडा रे आंगने रे।।
ओ बन्नासा उर्मिला कंवर सु आपने,
बन्नासा ब्याव रचायो आप बन्नासा,
उर्मिला कंवर सु आपने,
कोई ब्याव रचायो आप,
बन्नासा उर्मिला कंवर सु आपने रे।।
ओ बन्नासा आयो बुलावो यमराज रो,
बन्ना स्वर्ग सिदाया आप,
बन्ना ओ आयो बुलावो यमराज रो,
थेतो स्वर्ग सिधाया आप,
बन्ना ओ आयो बुलावो यमराज रो रे।।
ओ बन्नासा पराक्रम सिंह री विनती,
बन्नासा जुग जुग चरनो रे माय,
बन्नासा भक्त मंडल री विनती,
म्हाने राखो चरना माय,
बन्नासा भक्त मंडल री विनती रे।।
ओ बीरू रे चोटिला हद सोवनो,
ओ म्हारा ओम बन्नासा रो धाम,
बीरू रे चोटिला हद सोवनो रे,
जटे ओम बन्नासा रो धाम,
बीरा रे चोटिला हद सोवनो रे।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी।
(रायपुर जिला पाली राजस्थान)
9640557818