ओ खाटू वाले मेरे श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
कब से निखारूं तेरी राह बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं।।
तर्ज – चार दिनों का।
मेरी ये आस बाबा टूट ना जाए,
टूट न जाए,
देर हुई तो साँसें छूट ना जाए,
छूट ना जाए,
दर्श दिखा दो बाबा श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं।।
नाव भवर में अटकी पार लगा दो,
पार लगा दो,
‘पंकज’ है दास तेरा बिगड़ी बना दो,
बिगड़ी बना दो,
अब तो पधारो बाबा श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं।।
ओ खाटू वाले मेरे श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
कब से निखारूं तेरी राह बिहारी,
क्यों देर लगाईं,
ओ खाटू वालें श्याम बिहारी,
क्यों देर लगाईं।।
Singer & Writer – Pankaj Tetwal