ओ म्हारी इन्द्रगढ़ की माता,
दोहा – रणथभवर गणराज बिराजे,
मां बरवाड़ा चौथ,
इंदरगढ़ माही बिजासन विराजे,
ओ मैया थारे जले अखंडी जोत।
ओ मारी इन्द्रगढ़ की माता,
थारो नाम बिजासन माता,
थारा मंदिरया में उड़े रे गुलाल,
जगदम्बा थारी यात्रा बुला ले री,
यात्रा बुला ले री भवानी,
थारा दर्शन करा दे री।।
ओ थारे पैदल पैदल आता,
थारे पाले पाले आता,
ओ माता थारा चरणा में शीश झुकाता,
जगदम्बा थारी यात्रा बुला ले री,
यात्रा बुला ले री भवानी,
थारा दर्शन करा दे री।।
मारे छा छाई रे जवानी,
मारे आयो रे बुढ़ापो,
मारे पगा में बाई कइया आई,
जगदम्बा थारी यात्रा बुला ले री,
यात्रा बुला ले री भवानी,
थारा दर्शन करा दे री।।
ओ मईया थारा गाना ने,
हेमन्त सैनी गावे,
मैया थारा दर्शन करा दे री,
ओ माता चरणा में शीश झुकाता,
जगदम्बा थारी यात्रा बुला ले री,
यात्रा बुला ले री भवानी,
थारा दर्शन करा दे री।।
ओ म्हारी इन्द्रगढ़ की माता,
थारो नाम बिजासन माता,
थारा मंदिरया में उड़े रे गुलाल,
जगदम्बा थारी यात्रा बुला ले री,
यात्रा बुला ले री भवानी,
थारा दर्शन करा दे री।।
गायक – हेमन्त सैनी इंदरगढ़।
मो. 9511552408