ओ सांवरा दिल मेरा ले गया,
खो गई सुध मेरी,
मैं बावरा सा हो गया।।
तर्ज – ये दोस्ती हम नहीं।
जब लगी ये लगन,
मीठी सी है चुबन,
दिल बेकरार है,
आज तो वो आएगा,
जलवा दिखाएगा,
बस इंतजार है,
ओ साँवरा दिल मेरा ले गया,
खो गई सुध मेरी,
मैं बावरा सा हो गया।।
बांकी सी लटक पे,
श्याम नटखट पे,
बंसी कमाल है,
छेड़े जो तराना हो,
नाचे ये ज़माना हो,
दे दे के ताल है,
ओ साँवरा दिल मेरा ले गया,
खो गई सुध मेरी,
मैं बावरा सा हो गया।।
रूप है सुहाना सा,
मन मुस्काना सा,
बांका वो यार है,
उसकी अदाओं पे,
तिरछी निगाहों पे,
ये दिल निसार है,
ओ साँवरा दिल मेरा ले गया,
खो गई सुध मेरी,
मैं बावरा सा हो गया।।
ओ सांवरा दिल मेरा ले गया,
खो गई सुध मेरी,
मैं बावरा सा हो गया।।
Singer – Sachin Kedia
प्रेषक – निलेश मदनलाल खंडेलवाल।
धामनगांव रेल्वे – 9765438728