हारे का है तू ही सहारा,
बाबा लखदातार,
हार के बाबा आया हूँ,
मैं तेरे दरबार,
ओ सांवरे बना लो ना सेवादार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार।।
तर्ज – ओ साँवरे मुझे तेरी जरुरत है।
राहों में तेरी बाबा,
पलकें बिछाई हैं,
फूलों से मैंने अपनी,
कुटिया सजाई है,
लीले की तू कर असवारी,
दर्श दिखा एक बार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार।।
आँख से आंसू बरसे,
जैसे बादल बरसे रे,
आजा मेरे सांवरिया,
क्यों तू देर लगाए रे,
तुझपे है विश्वास मेरा,
श्याम धणी सरकार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार।।
मैंने सुना सांवरिया,
यारी खूब निभाता है,
पकडे जिसका हाथ उसे,
दुःख छू कभी नहीं पाता है,
‘राही’ और ‘मनोज’ श्याम का,
मिलके करे सत्कार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार।।
हारे का है तू ही सहारा,
बाबा लखदातार,
हार के बाबा आया हूँ,
मैं तेरे दरबार,
ओ सांवरे बना लो ना सेवादार,
ओ साँवरे बना लो ना सेवादार।।
Singer – Manoj Krishna Ji