ओ सांवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे,
कब होगा मिलना हमारा,
कब होगा मिलना हमारा,
कब तक यूँ ही तड़पाओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
तर्ज – देख लो आवाज देकर।
तुमको ही कर दूँ न्यौछावर,
पलकों पर टिकते नहीं,
मुर्दो की मंडी में मोहन,
ये कहीं बिकते नहीं,
‘हरिदासी’ के आंसुओ की,
हरिदासी के आंसुओ की,
कुछ कदर तुम पाओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
राग स्वर से भी कदाचित,
कह ना पाऊं मैं व्यथा,
अंतर्मन में क्या घटित है,
जानते हो तुम यथा,
वाणी क्या तुझको रिझाए,
वाणी क्या तुझको सुनाए,
सुनकर व्यथा दुःख पाओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
ना विलम्ब करो नटनागर,
मैं अधम अज्ञान हूँ,
सांझ भी ढलने को आई,
मैं फकत मेहमान हूँ,
उड़ जाएंगे प्राण तन से,
उड़ जाएंगे प्राण तन से,
फिर बहुत पछताओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
भाव से आँचल में तेरे,
मैं युगों छिपती रही,
आज मानस देह दी है,
करुणा कर करुणामयी,
आओ सीने से लगा लो,
आओ सीने से लगा लो,
कब तक मुझे आजमाओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
ओ सांवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे,
कब होगा मिलना हमारा,
कब होगा मिलना हमारा,
कब तक यूँ ही तड़पाओगे,
ओ साँवरे ओ प्राण प्यारे,
सामने कब आओगे।bd।
स्वर – साध्वी पूर्णिमा दीदी जी।