मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिंहाड़ वाले बाबा,
ओ मेहंदीपुर वाले बाबा,
ओ घाटे वाले बाबा,
भक्तों पे दुखियों पे,
करो मेहरबानियां,
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिहांड वाले बाबा।।
ओ अंजनी माँ के लाला,
तेरा रूप बड़ा विकराला,
मेरी बिगड़ी बना दे बाला,
तुम जग के पालन हारा,
बाबा तेरे दर से,
भागे डर से,
अधर्मियों की टोलियां,
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिहांड वाले बाबा।।
सीता का पता लगाने,
जो कार्य सोपा रघुवर ने,
माता का पता लगाने,
तुम जा पहुँचे लंका में,
बाबा लंका जलाए धूम मचाए,
लंकेश भी घबरा गया,
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिहांड वाले बाबा।।
जब शक्ति लगी लक्ष्मण को,
प्रभु रुदन करे घबराए,
संजीवन लाए,
तुम द्रोणागिरी पर जाके,
बाबा बुटि लाये प्राण बचाए,
बजरंग दल हर्षा गया,
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिहांड वाले बाबा।।
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिंहाड़ वाले बाबा,
ओ मेहंदीपुर वाले बाबा,
ओ घाटे वाले बाबा,
भक्तों पे दुखियों पे,
करो मेहरबानियां,
मारुति नंदन दुष्ट निकंदन,
अरज सुनो हमरी,
ओ सिहांड वाले बाबा।।
– भजन प्रेषक –
भुवन सोनी
7232805309