ॐ जय अजमल लाला,
प्रभू जय अजमल लाला,
भक्त काज कलयुग में,
लीनो अवतारा,
ॐ जय अजमल लाला।।
अश्वन की असवारी सोहे,
केशरिया जामा,
शीश तुर्रो हद सोहे,
हाथ में लिये भाला,
ॐ जय अजमल लाला।।
डूबत जहाज तैराई,
भैरव देत्य मारा,
कृष्ण कला भय भंजन,
राम रुणीचे वाला,
ॐ जय अजमल लाला।।
अन्धन को प्रभु नेत्र देत है,
कोढ़न को काया,
बांझन पुत्र खिलावे,
निर्धन को माया,
ॐ जय अजमल लाला।।
नाथ द्वारका धाम से चलके,
धोरा में आया,
चार कूट चहुँदीश में,
नेजा फहराया,
ॐ जय अजमल लाला।।
जब जब भीड़ पड़ी भक्तो पर,
दौड़ दौड़ आया,
जहर भरे जीवन में,
अमृत बरसाया,
ॐ जय अजमल लाला।।
आरती रामदेव जी की,
जो कोई नर गावे,
कटे पाप जन्म जन्म का,
विपदा मिट जावे,
ॐ जय अजमल लाला।।
ॐ जय अजमल लाला,
प्रभु जय अजमल लाला,
बाबा राम रूणीचे वाला,
बाबा लीले घोड़े वाला,
बाबा मेणादे का लाला,
बाबा धोली ध्वजा वाला,
भक्त काज कलयुग में,
लीनो अवतारा,
ॐ जय अजमल लाला।।
यह भजन बहुत ही शानदार और अच्छा लगा