पग पग पे जिसने तुझे संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है,
मोरछड़ी लेहराता अपने हाथों में,
जाने किसका वक्त बदलने वाला है,
पग पग पे जिसने तुझें संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है।।
तर्ज – दूल्हे का सेहरा।
कर भरोसा श्याम पे तू जीत जाएगा,
सावरे का नाम तेरे काम आएगा,
तेरे लिए ही लीले चढ़ने वाला है,
कोई और नही वो खाटूवाला है,
पग पग पे जिसने तुझें संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है।।
कौन सा है काम जो ये कर नही सकता,
श्याम का प्रेमी कभी भी डर नही सकता,
मोरछड़ी से जादू करने वाला है,
कोई और नही वो खाटूवाला है,
पग पग पे जिसने तुझें संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है।।
दे दिया लाखों को अबकी तेरी बारी है,
देख ले ‘नवीन’ तेरी झोली ना खाली है,
झोली सबकी देखो भरने वाला है,
कोई और नही वो खाटूवाला है,
पग पग पे जिसने तुझें संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है।।
पग पग पे जिसने तुझे संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है,
मोरछड़ी लेहराता अपने हाथों में,
जाने किसका वक्त बदलने वाला है,
पग पग पे जिसने तुझें संभाला है,
कोई और नही वो अपना खाटूवाला है।।
लेखक / प्रेषक – नवीन सरावगी पटना।
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