मुकुट सिर मोर का मेरे चित चोर का भजन लिरिक्स
मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।। ...
Read moreमुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का, दो नैना नैना नैना, दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से।। ...
Read moreभोले मेरी नैया को, भव पार लगा देना। दोहा - भोले मैं तेरे दर पे, कुछ आस लिए आया हूँ ...
Read moreमेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा बरसाए रखना, हे महारानी कृपा बरसाए रखना, हे राधारानी कृपा बरसाए रखना। मुझे ...
Read moreफुर्सत मिले तो एक बार माँ, तर्ज – तुझको पुकारे मेरा प्यार। दोहा – अगर गुजरे तू राह से मेरी, ...
Read moreमेरी लगी साईं संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने, क्या जाने कोई क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ...
Read moreजीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी, देख तमाशा लकडी का, क्या जीवन क्या मरण कबीरा, खेल रचाया लकडी का।। देखे ...
Read moreमैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो, तर्ज – जब हम जवां होंगे जाने कहाँ होंगे श्लोक – माँ नाम लेना कोई शर्म ...
Read moreहे दुःख भंजन मारुती नंदन, सुनलो मेरी पुकार, पवनसुत विनती बारम्बार, पवनसुत विनती बारम्बार।। अष्ट सिद्धि नवनिधि के दाता-२, दुखियो ...
Read moreआजा कलयुग में लेके अवतार ओ गोविन्द अपने भक्तो की सुनले पुकार ओ गोविन्द। यमुना का पानी तोसे करता सवाल ...
Read moreमैं हूँ शरण में तेरी संसार के रचैया, कश्ती मेरी लगा दो उसपार ओ कन्हैया।। तर्ज - मैं ढूढ़ता हूँ ...
Read more© 2024 Bhajan Diary