अवगुण चित ना धरो प्रभु मेरे भजन लिरिक्स
अवगुण चित ना धरो प्रभु मेरे, अवगुण चित ना धरो, समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो।। एक लोहा ...
Read moreअवगुण चित ना धरो प्रभु मेरे, अवगुण चित ना धरो, समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो।। एक लोहा ...
Read moreजनम तेरा बातों ही बीत गयो, रे तुने कबहू ना कृष्ण कहो।। पाँच बरस को भोला भाला, अब तो बीस ...
Read moreकान्हा तुम्हारे प्यार ने, जीना सीखा दिया है, हमको तुम्हारे प्यार ने, इन्सां बना दिया है।। रहते है जलवे आपके, ...
Read moreकन्हैया ओ कन्हैया, कोई मुरली की तान सुना दे, मेरे तन मन मे आग लगा दे लगा दे ॥॥ मै ...
Read moreतेरे दर को मै छोड़ कहाँ जाऊँ, माँ दूजा कोई द्वार ना दिखे।। दोहा - चाहे छुट जाये ज़माना, या ...
Read moreहो गई रे बदनाम सांवरियां तेरे लिये, हो गई रे बदनाम सांवरियां तेरे लिये॥ गोकुल ढूँढा मेने मथुरा ढूँढी, ढूँढ़ ...
Read moreगजमुख धारी जिसने तेरा, सच्चे मन से जाप किया, ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने, ऐसे पुजारी का स्वयं तुमने, सिध्द ...
Read moreम्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ।। श्लोक - सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश, पांच देव रक्षा ...
Read moreतेरा दर तो हकीकत में, दुखियों का सहारा है, सच कहता हूँ माँ मेरी, तेरे दर से गुजारा है।। बिगड़ी ...
Read moreजाने क्या रंग चढ़ा तेरा मेरे तन मन पे, मै फिरू श्याम तेरे नाम की जोगन बनके॥॥ श्लोक - सांस आती ...
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