तेरे दर पे आने को जी चाहता है हिंदी भजन लिरिक्स
तेरे दर पे आने को जी चाहता है, सबकुछ सुनाने को जी चाहता है।। तर्ज - निगाहे मिलाने को जी ...
Read moreDetailsतेरे दर पे आने को जी चाहता है, सबकुछ सुनाने को जी चाहता है।। तर्ज - निगाहे मिलाने को जी ...
Read moreDetailsदो दिन का जगत मे मेला, सब चला चली का खेला।। कोई चला गया कोई जावे, कोई गठरी बाँध सिधारे, ...
Read moreDetailsआरती किजे हनुमान लला की, दुष्ट दलन रघुनाथ कला की।। जाके बल से गिरवर काँपे, रोग दोष जाके निकट ना ...
Read moreDetailsश्री कुञ्ज बिहारी जी की आरती, आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।। गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर ...
Read moreDetailsभगवान शिव जी की आरती, कर्पूरगौरं करुणावतारं, संसारसारं भुजगेन्द्रहारं, सदा वसन्तं ह्रदयाविन्दे, भव भवानी सहितं नमामि। जय शिव ओंकारा हर ...
Read moreDetailsसूर्य देव भगवान की आरती ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा। ...
Read moreDetailsश्री सीता जी की आरती आरती श्री जनक दुलारी की , सीता जी रघुवर प्यारी की || जगत जननी जग ...
Read moreDetailsश्री राधा जी की आरती, आरती प्रीतम प्यारी की, कि बनवारी नथवारी की। दुहुँन सर कनक-मुकुट झलकै, दुहुँन श्रुति कुण्डल ...
Read moreDetailsसंतोषी माता की आरती जय संतोषी माता, मैया जय संतोषी माता । अपने सेवक जन को, सुख संपति दाता ॥ ...
Read moreDetailsश्री जगदीश जी की आरती जय जगदीश हरे, प्रभु! जय जगदीश हरे। भक्तजनों के संकट, छन में दूर करे॥ जय जगदीश ...
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