तोरा मन दर्पण कहलाए हिंदी भजन लिरिक्स
तोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।। मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से ...
Read moreDetailsतोरा मन दर्पण कहलाए, भले, बुरे, सारे कर्मों को, देखे और दिखाए।। मन ही देवता, मन ही ईश्वर, मन से ...
Read moreDetailsसच्चा है माँ का दरबार, मैय्या का जवाब नही। - श्लोक - दरबार हजारो देखे है, पर माँ के दर ...
Read moreDetailsहे माँ तेरी जय हो, तेरे अटल छत्र की जय जय हो, हे माँ तेरी जय हो॥॥ चढ़ सिंघ पे ...
Read moreDetailsहे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम, ओ शेरोवाली, ऊँचे डेरों वाली, बिगड़े बना दे मेरे काम।। ऐसा कठिन पल, ...
Read moreDetailsहै धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले, शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले ।। तर्ज ...
Read moreDetailsगोकुल का कृष्ण कन्हैया, सारे जग से निराला है, सांवली सुरतीया है, और मोर मुकुट वाला है, गोकुल का कृष्ण ...
Read moreDetailsसबसे पहले तुम्हे मनाऊँ, दोहा - प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सीमरु शारदा, मेरे कण्ठ करो ...
Read moreDetailsगजानंद महाराज पधारो, कीर्तन की तैयारी है। तर्ज - फुल तुम्हे भेजा है ख़त मे। - श्लोक - प्रथम मनाये गणेश ...
Read moreDetailsएक हरि को छोड़ किसी की, चलती नहीं है मनमानी, चलती नही है मनमानी॥ लंकापति रावण योद्धा ने, सीता जी ...
Read moreDetailsजाएगा जब यहाँ से, कुछ भी ना पास होगा, दो गज कफ़न का टुकड़ा, तेरा लिबास होगा।। काँधे पे धर ...
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