कहाँ छुपे हो राम हमारे रो रो भरत जी राम पुकारे
कहाँ छुपे हो राम हमारे, रो रो भरत जी राम पुकारे, होंठ है सूखे प्यास के मारे, कहां छुपे हों ...
Read moreकहाँ छुपे हो राम हमारे, रो रो भरत जी राम पुकारे, होंठ है सूखे प्यास के मारे, कहां छुपे हों ...
Read moreतेरी जगमग ज्योत जगाई है, मां तेरे जगराते में, मां तेरे जगराते में।। ज्योति का तेरे नूर निराला, ज्योति रूप ...
Read moreबाबोसा की प्राण प्रतिष्ठा हो रही, अपने हाथों से बाईसा कर रही, घर मंदिर में आये जब जब बाबोसा, बरसे ...
Read moreकरले सेवा मात पिता की, फेर पाछे पछतावेगा, धन माया म धंसा फिरे तु, कोए ना देखन आवेगा।। तर्ज - ...
Read moreआ काली री एक बार, भवन में आ काली।। भगत तेरे री मां दर प आए, ये तो दुख दर्दा ...
Read moreसतगुरु ने दिया आनंद, दोहा - पहले दाता शिष्य हुआ, जिन तन मन धन अर्पण शीश, पीछे दाता सतगुरु हुए, ...
Read moreमेरे बन जाएं बिगड़े काम, गजानन तेरे आने से, आने से तेरे आने से, मेरे बन जाये बिगडे काम, गजानन ...
Read moreसंतो का समागम भक्तो को, चौपाई - मुद मंगलमय संत समाजू। जो जग जंगम तीरथराजू।। संतो का समागम भक्तो को, ...
Read moreघोट के मैं भंगिया पिलाऊ, और पीयू, भोलेनाथ से कहूं, मैं बाबा आई लव यू, कावड़ उठाके उनके, धाम को ...
Read moreतेरे आये री भगत दरबार में, माँ मनसा भवन के पट खोलिये, मां मनसा भवन के पट खोलिए।। तर्ज - ...
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