पंडरपुर में जाने वाले,
एक संदेशा मेरा लेता जा,
इक नामा तेरी याद मे रोये,
उसको दर्शन दे देना।।
तर्ज – क्या मिलिए ऐसे लोगो से।
तुने कौन सा काम किया जो,
तुझको वहॉ बुलाया है,
मैने कौनसा पाप किया है,
जो तूने मुझको भुलाया है,
मुझको भी पंडरपुर बुलाले,
इतनी कृपा तुम कर देना,
इक नामा तेरी याद मे रोये,
उसको दर्शन दे देना।।
कैसा लगता है मेरा विठ्ठल,
मुझको जरा बताओ ना,
क्या क्या लीला करता विठ्ठल,
मुझको जरा सुनाओ ना,
जितनी परीक्षा नामदेव की,
उतनी किसी की मत लेना,
इक छीपा तेरी याद मे रोये,
उसको दर्शन दे देना।।
विठ्ठल भगवन जिसे बुलाए,
किस्मत वाले होते है,
जो पंडरपुर धाम ना जाए,
छुप छुप आँसु बहाता है,
नारायण छीपा की दुहाई,
मेरी तरफ से कह देना,
इक नामा तेरी याद मे रोये,
उसको दर्शन दे देना।।
पंडरपुर में जाने वाले,
एक संदेशा मेरा लेता जा,
इक नामा तेरी याद मे रोये,
उसको दर्शन दे देना।।
प्रेषक – धरम चन्द नामा।
सागानेर(नामा म्युजिक)
9887223297