पीरजी दर्शन दीजो हो,
म्हाने चरणे लिजो हो,
नाथजी दर्शन दीजो हो,
म्हाने चरणा लिजो हो,
म्हारो जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
भव सागर गुरजी भरीयो है भारी,
डगमग डगमग डोले दाता नाव हमारी,
म्हारा बिगडियोला कारज,
थे तो सरजो जी राज,
म्हारो जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
आपरी चरण मे तो दाता,
कई नर तीरिया,
जीवन की झोलीे थे तो,
खुशियों सु भरिया,
मैं तो कहिजु दास पीरजी,
आपरी हो राज,
म्हारो जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
सिरसमंदिर नित मै तो आवु,
अलख समाधियों मे सिस नमावु,
ओ मैं तो पीरजी रा दर्शन पावु,
औ राज म्हारो,
जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
जोरावर पीरजी री महिमा लिखावे,
दलपतसिंह मेडा भक्ति सुणावे,
हो जालौरी रो हो जालौरी रो,
रुतबो न्यारो है राज म्हारो,
जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
पीरजी दर्शन दीजो हो,
म्हाने चरणे लिजो हो,
नाथजी दर्शन दीजो हो,
म्हाने चरणा लिजो हो,
म्हारो जन्म सुधारो जी,
पीरजी म्हारो जन्म सुधारो जी।।
भजन लेखक एवं प्रेषक –
मदनसिंह जोरावत राठौंड बागरा
6375429729