पीर ने भजो जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे भाला सोवे साथ,
हाथ मे लीले री लगाम,
टपा टप टापा री आवाज,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे मुख है उगतडो ज्यु भाण,
चांद ज्यु शीतल मन रा भाव,
दिखे है द्वारीका रो नाथ,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
मुख है उगतडो ज्यु भाण,
चांद ज्यु शीतल मन रा भाव,
दिखे है द्वारीका रो नाथ,
आयो धोरा धरती माय,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे बाबो भगता रो रखवाल,
बुलाया आवे प्रतीपाल,
देवे है संकट पल मे टाल,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे बाबो भगता रो रखवाल,
बुलाया आवे प्रतीपाल,
देवे है संकट पल मे टाल,
भरे हैं अन्नधन रा भण्डार,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे बाबो बैठ रूनीचे धाम,
करे भक्ता रे घट में वास,
करे जो साचे मनसु याद,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे बाबो बैठ रूनीचा धाम,
करे है भक्ता रे घट में वास,
करे जो साचे मनसु याद,
करेे है रोग पीडा सु आस,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे जय जयकार गूंजे नीज धाम,
पाला आवे घणा नर नार,
गुंजावे रामापीर रो नाम,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे जय जय कार गूंजे नीज धाम,
पाला आवे घणा नर नार,
गुंजावे रामापीर रो नाम,
लागे है भक्तो भीड अपार,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे निकलंक नेजो सोवे हाथ,
टपा टप लीले री आवाज,
टना टन घंटी री टनकार,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे निकलंक नेजो सोवे हाथ,
टपा टप लीले री आवाज,
टना टन घंटी री टनकार,
नगाडा झालर री झनकार,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
हे जी रे ‘प्रकाश माली’ थारो दास,
बाबा पुरी मनरी आस,
गुंजावे थारा जय जयकार,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे ‘प्रकाश माली’ थारो दास,
बाबा पुरी मनरी आस,
गुंजावे थारा जय जयकार,
फिरे है देश विदेशा आज,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
पीर ने भजो जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात,
हे भाला सोवे साथ,
हाथ मे लीले री लगाम,
टपा टप टापा री आवाज,
पीर ने भजों जीव दिन रात,
बाबा ने भजो जीव दिन रात।।
गायक – प्रकाश माली जी।
प्रेषक – मनीष सीरवी
9640557818