फागुण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है,
छाई है सांवरे, छाई है सांवरे,
खुशियाँ छाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है।।
चंग है बजते है कही पे बाबा,
कही बजे धमाल,
रंग भरे गुब्बारे उड़ते,
कही पे उड़े गुलाल,
दुनिया ये तेरे रंग,
दुनिया ये तेरे रंग,
में समाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है।।
चारो दिशाओ में सुनते है,
बस तेरा गुणगान,
भक्तो का दीखता है टोला,
हाथ में लेके निशान,
आँखों में वो छवि,
आँखों में वो छवि,
समाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है।।
ऐसी मस्ती छाई है देखो,
झूम रहा संसार,
दर्श तुम्हारे पाने खातिर,
भक्त खड़े तेरे द्वार,
भक्तो के साथ में,
भक्तो के साथ में,
‘कमला’ आई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है।।
फागुण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है,
छाई है सांवरे, छाई है सांवरे,
खुशियाँ छाई है,
फागण में तेरे नाम की मस्ती छाई है,
भक्तो की झोली में खुशियाँ आई है।।
Singer – Dharnidhar Dadhich