पिहरियो सो खाटू धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ,
सासरिये में आके सबने,
सासरिये में आके सबने,
दिल का हाल सुनावा हाँ,
पिहरियो सो खाटु धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ।।
तर्ज – नगरी नगरी द्वारे द्वारे।
देख के म्हारो बाबुल म्हाने,
फूलो नहीं समायो,
झटपट आग्यो मंदिर बाहर,
म्हाने गले लगायो,
आपस में फिर बातां हुई जो,
आपस में फिर बातां हुई जो,
बैठ तने बतलावा हाँ,
पिहरियो सो खाटु धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ।।
लाडो म्हारी मिलवा आई,
सबने श्याम बतावे,
म्हारे मन की सुने चाव से,
और घणो हर्षावे,
खाली हाथ ही जावा लेकिन,
खाली हाथ ही जावा लेकिन,
झोली भर भर लावा हाँ,
पिहरियो सो खाटु धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ।।
गाल के बांथि विदा करे यो,
हिवड़ो भर भर आयो,
आया पाछे याद करा मैं,
इतनो प्यार लुटायो,
‘शिवम’ ई खातिर ही खाटू,
‘शिवम’ ई खातिर ही खाटू,
बार बार म्हे जावां हाँ,
Bhajan Diary Lyrics,
पिहरियो सो खाटु धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ।।
पिहरियो सो खाटू धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ,
सासरिये में आके सबने,
सासरिये में आके सबने,
दिल का हाल सुनावा हाँ,
पिहरियो सो खाटु धाम ने,
छोड़ के घर जद जावा हाँ।।
Singer – Akriti Mishra