पोरा पाप रा आया,
छुटा नेम धर्म सब डूबा,
चउदिश कलजुग छाया संतो,
पोरा पाप रा आया।।
पेलो धर्म हिन्दु रो डुबो,
गऊ माता कटवाया,
आखिया रे हामी गाया कटिजै,
जीव दया नहि आया साधु भाई,
पोरा पाप रा आया।।
दुजो धर्म पिता रो डुबो,
बेटी ने बहकाया,
सुक जाने ने सगपण सोडे,
कनीया रे कलंग लगाया,
साधु भाई पोरा पाप रा आया।।
तिजो धर्म बेटी रो डुबो,
कर्म करे मनसाया,
परनीयो री नार पाछी परनीजे,
पति दाई नी आया,
पोरा पाप रा आया।।
चोथो धर्म सोवटिया रो डुबो,
चोर नीती अपनाया,
पईसा रे खातिर पाप करेने,
घर री धुड ऊडाया,
संतो पोरा पाप रा आया।।
पाचवो धर्म पंसा रो डुबो,
निती नियाव सलाया,
पंस पनसायती खोटी करे,
ऐडा कलजुग आया,
पोरा पाप रा आया।।
छटो धर्म बेटा रो डुबो,
परन पदमनी लाया,
पागल पुत्र नारी रे वस में,
माँ बाप ती करे लडाया,
पोरा पाप रा आया।।
सगला थे भाई हिल मिल चालो,
नेम धर्म यु बताया,
मनु राम सतघुरू रे सरणे,
सरणो मैं सुक पाया,
संतो पोरा पाप रा आया।।
पोरा पाप रा आया,
छुटा नेम धर्म सब डूबा,
चउदिश कलजुग छाया संतो,
पोरा पाप रा आया।।
गायक – श्याम पालीवाल जी।
प्रेषक – Prahlad Singh Rathore
9521502040