प्रभु नाम सुमर प्यारे,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार,
झूठे रिश्ते नाते,
और कसमे वादे झूठे,
झूठा ये संसार,
प्रभु नाम सुमर प्यारें,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार।।
तर्ज – नफरत की दुनिया को।
अभिमान क्या करता,
क्या साथ में लाया,
सब कुछ यही छुटे,
जो है यहां पाया,
इस जड़ काया के,
मोह में फस,
मत मूरख बन प्यारे,
कर मन का श्रृंगार,
प्रभु नाम सुमर प्यारें,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार।।
लाखों यहां आए,
क्या तू अनोखा है,
तू है अमर जग में,
ये तेरा धोखा है,
जो आया जाएगा,
यही है रीत यहां प्यारे,
जीवन के दिन चार,
प्रभु नाम सुमर प्यारें,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार।।
प्रभु नाम सुमर प्यारे,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार,
झूठे रिश्ते नाते,
और कसमे वादे झूठे,
झूठा ये संसार,
प्रभु नाम सुमर प्यारें,
यही संग जाएगा तेरे,
बाकी सब बेकार।।
गायक / प्रेषक – डॉ. राजीव जैन।
8136086301