प्यारो लागे रे जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो,
अरे डूंगर पर थारो,
जगदंबा डूंगर पर थारो,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
सूरज सामो बनियो देवरा,
मंदिर छ न्यारो,
जगदंबा मंदिर छ न्यारो,
अरे कलयुग में मैया थे पूजाओ,
दुखडो मेट दयों मारो,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
माथा पर थारे टिकलो लावा,
सुरमो आख्या को,
भवानी सुरमो आख्या को,
लाल चुंदड़ी थारे चंडावा,
छतर सोना को,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
कमर कनकती थारे सौवे,
गजरों फूलों को,
भवानी गजरौ फूला को,
अरे नवराता में मेलो लागे,
आवे जग सारों,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
सबसु बड़ी बिजासन,
डंकों बाज रयो थारो,
जगदंबा बाज रयो थारो,
अरे सरण आयोडा की लाज राखजे,
संजय गाग्यो माल्या को,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
प्यारो लागे रे जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो,
अरे डूंगर पर थारो,
जगदंबा डूंगर पर थारो,
प्यारो लागे री जगदंबा,
मंदिर डूंगर पर थारो।।
गायक / लेखक – संजय सुमन इंदरगढ़।
संपर्क सूत्र – 9571991326