राधा नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए,
मुझे मौत भी जो आये,
श्री वृन्दावन में आये,
राधां नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए।।
तर्ज – तुझे प्यार करते करते।
मैं इक पतित अधम हूँ,
तुम हो पतीत पावन,
आये शरण मे तेरी,
भवपार कर दो मोहन,
दरवार पड़ा तेरे,
अपनाले या ठुकराए,
राधां नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए।।
मैं अपने सर को तेरे,
चरणों मे यूं झुका दूँ,
तेरी इक झलक मिले तो,
दुनिया को मैं भुला दूँ,
मेरी रसना तेरी महिमा,
जिंदगी भर गुन गुनाये,
राधां नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए।।
मुझे वृन्दावन बुलाया,
ये कृपा नही तो क्या है,
ब्रिज धाम में बसाया,
ये दया नही तो क्या है,
‘राजू बिदुआ’ तेरी रहमत,
सेवक ये तेरी करुणा,
जिंदगी भर न भूल पाए,
राधां नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए।।
राधा नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए,
मुझे मौत भी जो आये,
श्री वृन्दावन में आये,
राधां नाम जपते जपते,
मेरी उम्र बीत जाए।।
गायक – राजू बिदुआ देवरा।
9179117103
https://youtu.be/5Im1rL7gXd0