राधे धीरे झूलो,
चुनरी सरक जावेगी,
तेरी लट्टियाँ की पटियाँ,
बिखर जावेगी,
तेरी मोतियन की लूमा झूमा,
टूट जावेगी,
राधे धीरे झूलों,
चुनरी सरक जावेगी।।
झूला डला कदम्ब की डाल,
झूला देवे कृष्ण मुरार,
श्री कृष्ण की नज़र,
तोहे लग जाएगी,
राधे धीरे झूलों,
चुनरी सरक जावेगी।।
सावन की ये ठंडी फुहार,
बंसी गायें गीत मल्हार,
श्री कृष्ण की बाँसुरिया,
तोहे मोह जायेगी,
राधे धीरे झूलों,
चुनरी सरक जावेगी।।
तेरी मीठी सी मुस्कान,
पूरे मधुवन की है शान,
तेरी मोहिनी सुरतिया,
घायल कर जायेगी,
राधे धीरे झूलों,
चुनरी सरक जावेगी।।
राधे धीरे झूलो,
चुनरी सरक जावेगी,
तेरी लट्टियाँ की पटियाँ,
बिखर जावेगी,
तेरी मोतियन की लूमा झूमा,
टूट जावेगी,
राधे धीरे झूलों,
चुनरी सरक जावेगी।।
स्वर – नम्रता करवा।