मीठी मीठी बंसी बजावे रे कन्हैया,
राधे राधे की रटन लगावे रे कन्हैया।।
रह ना पाये बिन राधा के श्याम,
पीछे पीछे आते है दौड़े घनश्याम,
चोरी से कंकरिया मारे रे कन्हैया,
राधे राधे की रटन लगावे रे कन्हैया।।
सुन के बंसी यमुना तट पे,
बरसाने वारी दौड़ी पनघट पे,
राधा संग रास रचावे रे कन्हैया,
राधे राधे की रटन लगावे रे कन्हैया।।
बाँके बिहारी की दुनिया दीवानी,
“पागल” की चरणों मे बीते ज़िंदगानी,
“जायस” तो एक नाम गावे रे कन्हैया,
राधे राधे की रटन लगावे रे कन्हैया।।
मीठी मीठी बंसी बजावे रे कन्हैया,
राधे राधे की रटन लगावे रे कन्हैया।।
– गायक एवं प्रेषक –
राजू महाराज ( पागल )
9329291800