रघुनन्दन आ गए,
दोहा – राम नाम लेने का आनंद,
और भी बढ़ गया,
सबके सर मेरे राम की भक्ति का,
रंग चढ़ गया
बीत गया वनवास प्रभु का,
और सबके मन हर्षा गए,
सज धज कर मेरे रामलला,
अपने मंदिर में आ गए।।
नैनो के रस्ते सबके,
मन में समा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए,
सारी दुनिया पर मेरे,
राघव ही छा गए,
रघुनन्दन आ गए,
राघव जी आ गए।।
वर्षों से तरसे जिसको,
वो शुभ दिन आ गया,
सच्चा सुख राम नाम का,
जीवन में आ गया,
मंगल बधाई मेरे,
राघव बटवा रहे,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।।
स्वर्ण सिंहासन ऊपर,
ठाड़े प्रभु रामलला,
हाथों में धनुष बाण ले,
मुस्कुराए रामलला,
मीठी मुस्कनिया से वो,
चित चुरा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।।
प्यासे प्यासे नैनो के,
नैना अभिराम है,
हृदय में बसने वाले,
जन-जन के राम है,
नैनामृत भर नैनो से,
अमृत बरसा रहे,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।।
अब मेरे राम कभी भी,
वन को न जाएंगे,
राम का यह भारत मेरे,
राम ही चलाएंगे,
खुशियों के आंसू सबकी,
आंखों में आ गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए।।
नैनो के रस्ते सबके,
मन में समा गए,
रघुनंदन आ गए,
राघव जी आ गए,
सारी दुनिया पर मेरे,
राघव ही छा गए,
रघुनन्दन आ गए,
राघव जी आ गए।।
Singer – Mukesh Sawariya
8218387175